रामपुर। लॉक डाउन के चलते सब्जी जनपद से बाहर नहीं जा पा रहीं हैं। इसके चलते कई सब्जियां सस्ती हो गईं है, जो किसानों के लिए घाटे का सौदा बन गईं हैं। जनपद में किसान बड़े पैमाने पर बागवानी करते हैं। इस समय टमाटर एवं बीन की तुड़ाई चल रही है।
स्वार व सैदनगर ब्लॉक तो टमाटर एवं बीन का हब हैं। स्वार के धनौरा, मुकरमपुर, धनौरी, लखीमपुर, फाजलपुर, खरदिया आदि में किसान बड़े पैमाने पर टमाटर एवं बीन की खेती करते हैं। अकेले मधुपुरा गांव में ही डोरी लाल, शिव लाल, बाबूलाल, गोविद, हरि सिंह, वीर सिंह,गंगराम, चंद्रसेन एवं अमजद अली समेत करीब सौ किसानों ने 80 एकड़ रकबे में बीन की फसल बोई है। इस समय फसल तैयार है। लेकिन, लॉक डाउन के चलते कोई खरीददार नहीं मिल रहा है, जिसके चलते बीन की खेती करने वाले किसान परेशान हैं। यहां के एक किसान हैं राम सिंह। उन्होंने दो एकड़ में बीन की फसल बोई है। फसल को पालने में जमा पूंजी खर्च कर दी। उम्मीद थी कि फसल बिकने पर सब वसूल हो जाएंगे। फसल तैयार होकर बरेली, बुलंद शहर, मेरठ, उत्तराखंड, बिजनौर एवं दिल्ली की मंडी जाती थी। लेकिन, लॉक डाउन के चलते सब्जियां जिले से बाहर नहीं जा पा रही हैं, जनपद में सब्जियों की पैदावार ज्यादा होने से सस्ती हो गईं हैं। थोड़ी बहुत बीन तोड़कर स्वार व रामपुर की मंडी ले जा रहे हैं। लेकिन, जनपद में मांग के सापेक्ष पूर्ति ज्यादा होने की वजह से दाम गिर गए हैं। ऐसे में लाभ मिलना तो दूर किसानों की लागत तक नहीं लौट पा रही है।