मेरठ। Coronavirus गुरुवार रात तक जनपद में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। संक्रमण फैलाव को देखते हुए इस पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने गुरुवार रात में सभी अफसरों की जिम्मेदारी निर्धारित कर दी। आदेश के मुताबिक सबसे ज्यादा जिम्मेदारी संबंधित एसडीएम अथवा अपर नगर मजिस्ट्रेट की होगी। उनके निर्देशन में क्षेत्र को सील किए जाने, सैनिटाइजेशन कराने तथा क्षेत्र के लोगों की स्वास्थ्य जांच और क्वारंटाइन करने का कार्य होगा।
कमिश्नरी में बनेगा कंट्रोल रूम, मिले डेढ़ लाख
प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी 18 मंडल मुख्यालयों पर स्थायी रूम से कंट्रोल रूम स्थापित करने का आदेश दिया है। प्रत्येक मंडल मुख्यालय पर निर्माण के लिए डेढ़ लाख रुपया रुपया जारी कर दिया है। कंट्रोल रूम में 55 इंच साइज का एक टेलीविजन, एक कंप्यूटर ¨पट्रर के साथ, टेलीफोन और 2 एमबीपीएस स्पीड के इंटरनेट की व्यवस्था, वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए कैमरा और चार लोगों के बैठने की व्यवस्था का आदेश दिया है।
किसकी क्या जिम्मेदारी..किससे मिल सकेगी मदद
- संक्रमित व्यक्ति मिलते ही एक से तीन किमी तक क्षेत्र को मजिस्ट्रेट पुलिस की मदद से सील कराएंगे।
- संक्रमित व्यक्ति के आवास को मजिस्ट्रेट मलेरिया टीम की मदद से सैनिटाइज कराएंगे।
- मजिस्ट्रेट ही संक्रमण के शिकार पूरे क्षेत्र को सैनिटाइज करने वाली कर्मियों को मास्क, ग्लब्ज, सैनिटाइजर आदि बचाव उपकरण उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।
- सीएचसी प्रभारी चिकित्साधिकारी के साथ समन्वय बनाकर एक किमी के क्षेत्र में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए चिकित्सा विभाग की टीमों के कार्य में कोई व्यवधान न हो, यह सुनिश्चित करेंगे।
- जिला मुख्यालय पर उपलब्ध सर्विलांस टीमों की मदद से प्रभावित व्यक्तियों का फैमिली ट्री तैयार करेंगे। संक्रमित व्यक्तियों के सीधे संपर्क में आने वाले व्यक्तियों की सूची तैयार करके ऐसे लोगों को क्वारंटाइन किया जाएगा।
मेरठ में फंसा है पश्चिम बंगाल का निवासी
पश्चिम बंगाल निवासी दीपक रॉक मेरठ में फंसे हैं। पश्चिम बंगाल सरकार की मांग पर इनकी मदद कराने का निर्देश दिया है।